जीजा साली सेक्स कहानी में मेरी साली मेरे साथ सेक्स कर चुकी थी. वह एक बार मेरी दुल्हन बन कर मेरे साथ चुदाई का मजा लेना चाहती थी. एक पार्टी के बहाने वह दुल्हन की तरह तैयार हुई.
दोस्तो, मेरा नाम कपिल है और मैं गुरुग्राम से हूँ.
मेरी पिछली कहानी में
साली आधी घरवाली बनकर चुद गई
आपने पढ़ा था कि रात में मैंने और मेरी साली ख़ुशी ने जम कर सेक्स का मजा लिया और सो गए।
उस रात साली के साथ सेक्स करके बहुत प्यारी नींद आयी।
अब आगे जीजा साली सेक्स कहानी:-
Sexy sali dulhan bankar chudi
सुबह उठ कर हमने नहा धोकर नाश्ता किया।
माही ने भी अपना घर का काम खत्म किया और बोली- मैं अपने पार्लर जा रही हूँ।
पूछने पर उसने बताया कि उसने आज का एक काम लिया है. वह उसकी रेगुलर कस्टमर है।
फिर ख़ुशी बोली- मैं उसको 12 बजे तक फ्री कर दूंगी और मैं भी पार्टी के लिए वहीं तैयार हो जाऊंगी. आप मुझे वहीं लेने आ जाना.
ऐसा बोल कर वह मुझे आंख मार कर चली गई।
उसके जाने के बाद बच्चों के साथ मैंने घर पर रह कर टीवी देखा।
फिर ख़ुशी का जब फोन आया, उस टाइम दोपहर के 3 बज चुके थे।
मेरी साली बोली- आप आधे घंटे में मुझे लेने आ जाना।
मैंने मस्ती करते हुआ कहा- मैं अभी आ जाता हूँ!
साली बोली- नहीं, आप टाइम से ही आना।
मैं 15 मिनट बाद उसके पार्लर पर पहुंच गया.
अन्दर जाकर देखा तो साली लहंगा पहन रही थी।
मुझे देख कर वह बोली- आप थोड़ा इंतजार करो.
मैं वहीं बैठ कर उसको देखता रहा।
दस मिनट बाद ख़ुशी तैयार हो गयी.
उसने हरे रंग का लहंगा पहना था।
उसका ब्लाउज इतना टाइट था कि आधे बूब्स बाहर आ रहे थे।
वह मेरे पास आकर बोली- कैसी लग रही हूँ?
मैंने बोला- गंडास लग रही हो।
कह कर मैंने उसे आंख मार दी.
यह सुन कर साली का चेहरा खिल सा गया।
मैंने कहा- एक फोटो ले लूँ तुम्हारे साथ?
तो साली बोली- एक मिनट रुको।
उसने अपने स्टाफ को जाने के लिए बोल दिया.
जैसे ही स्टाफ गर्ल गई, माही ने अन्दर से लॉक कर लिया।
मैंने अपनी साली को अपने पास खींच लिया और उससे कहा- आज क्या जान से मारने की सलाह मिली है कहीं से !
मेरी साली के जिस्म से बड़ी मस्त खुशबू आ रही थी।
मैंने उसे सूंघते हुए कहा- सच बताओ मेरी जान, इरादा क्या है?
साली हंस दी और बोली- पहले फोटो ले लो, जो बोल रहे थे।
मैंने 8-10 फोटो लिए.
मेरी साली मेरे पास आकर फोटो देखने लगी।
मैंने उसकी कमर में हाथ डाला और अपनी बांहों में ले लिया.
फिर उसको सहलाने लगा तो माही बोली- चलो हम लेट हो रहे हैं।
अब मेरा मन उसको चोदने का कर रहा था.
मैंने उससे कहा- मुझे अभी तुमको चोदना है।
मैंने उसको चुंबन करने के लिए उसके चेहरे को पकड़ा तो वह बोली- यार जीजू, सारा मेकअप खराब हो जाएगा।
वह जाने लगी तो मैंने उसको वापस अपनी बांहों में खींचा और कहा- बहुत प्यारी लग रही हो यार … रहा नहीं जा रहा. तुम्हें ऐसे देखने के बाद मेरे से कंट्रोल नहीं हो रहा है।
मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपनी पैंट के उभार पर रख दिया और चुंबन करने लगा.
दो मिनट बाद वह भी मेरा साथ देने लगी और अपने हाथ से मेरे लंड को दबाने लगी.
वह भी गर्म हो गयी थी।
हम दोनों ने 5 मिनट तक चुंबन किया और जब अलग हुए, तो मैंने उसको मिरर के सामने खड़ा कर दिया।
मैं बोला- तुम बताओ कि अपनी साली को कैसे छोड़ दूँ, जो इतने अच्छे से तैयार हुई है … और कितनी प्यारी लग रही है।
बस पीछे से मैं उसकी गर्दन पर चुंबन करने लगा.
मेरी साली मदहोश होने लगी और पलट कर मेरे गले से लग गई।
वह बोली- जीजा जी जल्दी से करो और फिर चलो, हम लेट हो जाएंगे।
मैंने उसको झटके से उठाया और अन्दर मालिश करने वाली टेबल पर ले गया।
हम दोनों फिर से चुंबन करने लगे।
मैं एक हाथ से उसके बूब्स दबा रहा था.
उसके हाथ मेरे बालों में थे और हम दोनों जोर जोर से किस कर रहे थे।
मैंने उसके ब्लाउज को खोला और एक दूध को मुँह में लेकर चूसने लगा और दूसरे को दबाने लगा.
ख़ुशी बोल रही थी- आह … और जोर से जीजा जी … पी जाओ सारा दूध और जोर से दबाओ … बहुत मजा आ रहा है. बहुत दिन हो गए अच्छे से मजा लिए हुए।
धीरे धीरे मैं उसके पेट पर चुंबन किया और नीचे सरक कर नाभि को चुंबन करने लगा.
साली एकदम से सिहर गई और सिसकारियां लेने लगी।
वह बोलने लगी- और कितना तड़फओगे मुझे … बस अब चोद दो … नहीं रहा जाता अब।
मैंने भी उसके लहंगे को उठाया पैंटी के ऊपर से ही जोर से चूत पर दाँत गड़ा दिए.
ख़ुशी को इसका अंदाजा नहीं था, उसके मुँह से जोर की चीख निकल गई- आह्ह ह्ह !
मैं पैंटी की साइड से चूत में उंगली करने लगा.
तो उसने मेरे हाथ को पकड़ लिया और बोली- अब उंगली नहीं, कुछ और डालो … इसमें बहुत आग लगी है … उंगली से यह आग शांत नहीं होगी।
उसने पैंटी को निकाल दिया.
मैंने चूत को बाहर से चाटा और धीरे से चुंबन करने लगा. अन्दर तक जीभ डाल कर चोदने लगा।
कभी चूत को पूरा मुँह में भर कर चूसना और फिर जीभ से चोदना … ऐसा करने से उसको और मजा आ रहा था.
ख़ुशी के मुँह से सिसकारियां निकल रही थीं- आह्हाह अह्ह्हा।
उसने पूरा माहौल गर्म कर दिया था और मेरे सिर पर हाथ रख कर चूत पर दबाने लगी थी।
वह बोल रही थी- आह खा जाओ जीजा जी, बहुत मजा आ रहा है … ऐसा मजा पहले कभी नहीं आया अह्ह हाहा अहहा.
बस दो मिनट में ही उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और मैं भी उसका सारा पानी पी गया।
मैं आपको बता दूँ कि मुझे चूत को चूसना और उसके बाद चुदाई करने में बड़ा मजा आता है।
ख़ुशी की सांसें फूल गई थीं.
झड़ने के बाद साली थोड़ा रिलैक्स हुई और मेरे होंठों पर चुंबन करने लगी और बोली- थैंक्यू जीजा जी, आपने मेरी ख्वाहिश पूरी कर दी।
मैंने पूछा- वह कैसे?
तो ख़ुशी बोली- मैंने सोचा था एक बार दुल्हन बन कर आपसे अपनी चुदाई कराऊं … बस आप मेरा एक काम और कर दो तो मेरा ड्रीम पूरा हो जाएगा।
मैंने पूछा- वह क्या?
वह बोली- आज आप मेरी मांग भर दो।
मैं हंसने लगा तो ख़ुशी मेरे गले से लग गई और बोली- जीजू, आई लव यू!
उसका चेहरा एकदम लाल था और प्यारा व मासूम सा लग रहा था।
मैंने सोचा कि अगर मना कर दिया तो कहीं गुस्सा ना हो जाए … मैंने उसको हां कर दिया।
यह सुन कर उसके चेहरे पर अलग ही खुशी थी।
वह फिर से चुंबन करने लगी।
इस बार वह चुंबन बड़ी शिद्द्त से कर रही थी।
फिर वह बोली- चलो अब अपनी होने वाली बीवी की मांग भरो !
मैंने उसकी मांग भर दी।
इस वक़्त पूरे पार्लर में एकदम सन्नाटा था.
हम दोनों एक दूसरे को देख रहे थे।
तभी ख़ुशी का फोन बजा तो हमारा ध्यान टूटा।
फोन ख़ुशी के घर से बच्चों ने किया था।
वे पूछ रहे थे- कितना टाइम और लगेगा?
ख़ुशी ने कहा- बेटा, बस अभी आ रहे हैं और फोन काट दिया।
वह मुझे चुंबन करने लगी और बोली- अब अपनी बीवी को जल्दी से चोद दो, नीचे चूत में आग लगी हुई है … और अब यह आग आपके लंड से ही शांत होगी … जल्दी करो घर पर बच्चे भी इंतजार कर रहे हैं।
मैंने कहा- पहले लंड को चूस लो, फिर तुम्हारी चूत क्या, गांड भी मार देता हूँ।
यह सुनकर ख़ुशी हंसने लगी और वह जल्दी से नीचे बैठ कर लंड को हाथ में लेकर सहलाती हुई मेरी तरफ देखने लगी।
वह भावुक भाव से बोली- अब मेरा भी इस पर उतना ही हक़ है, जितना मेरी बहन का है।
वह मुँह में लंड लेकर चूसने लगी।
मैं भी उसके सिर पर हाथ रख कर उसकी जोर जोर से मुँह चुदाई कर रहा था।
उसके गले तक लंड जा रहा था और उसके मुँह से बस घूँ घूँ की आवाज आ रही थी।
दो मिनट बाद माही लंड मुँह से निकाल कर बोली- अब चोद दो, मेरे से नहीं रुका जा रहा।
वह लहंगा उठा कर टेबल पर चुदने के लिए आ गई।
उसने अपने दोनों पैरों को खोल लिया और बोली- आज आप अपनी नई बीवी की चूत मारो।
मैं भी लंड को चूत के ऊपर रख कर चूत को रगड़ने लगा।
ख़ुशी बोली- क़्यों तड़फा रहे हो, चोद दो … नहीं तो मैं मर जाउंगी. जल्दी से मुझे मेरा लंड दे दो.
मैंने भी अब और नहीं तड़फाया और एक बार में ही पूरा का पूरा लंड उतार दिया चूत में।
माही जोर से चिल्लाई- आह अहह हहा मार दिया … फाड़ दी चूत आह।
उसकी आंखें बड़ी हो गईं और आंखों में पानी आ गया।
यह देख कर मैं भी लंड डाल कर रुक गया।
दो मिनट बाद सांस लेकर ख़ुशी बोली- अपनी नई बीवी पर कुछ तो रहम करो यार … अब तो मैं तुम्हारी हो गयी हूँ. जब मन हो तब चोद लेना।
मैंने भी उसे धीरे धीरे चोदना चालू कर दिया।
कुछ देर बाद मैं उसकी चूत में लंबे लंबे शॉट मारने लगा था।
वह भी नीचे से अपनी गांड उठाती हुई मुझे अपनी चूत से जबाव दे रही थी।
उसकी जबाव देने की गति भी लंड की गति से लय बना कर मधुर संगीत पैदा कर रही थी।
मैं उसे झुक कर चूमने लगा और बोला- अब कुतिया बन जा !
वह भी हंस कर बोली- तो आप कुत्ता बन कर लोगे मेरी?
मैं हंस दिया, मैंने कहा- हां, कुछ दूसरी पोजीशन में अपनी नई बीवी की लूँगा।
इसके बाद मैं उसको डॉगी स्टाइल में लेकर चोदने लगा।
एक मिनट बाद ही वह बड़बड़ाने लगी- आह चोद दो अपनी बीवी को जोर से … और जोर से … आह बना लो मुझे अपनी रंडी अहाह हहह अह.
ऐसे करते करते अब उसके पूरे पार्लर में हमारी चुदाई की आवाज आ रही थी.
वह बोलने लगी- मैं आ रही हूँ अहाहाह मेरा बस निकल ही गया … और जोर से चोदो फाड़ डालो।
ऐसे बोलते बोलते उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और हांफने लगी।
एक मिनट रुकने के बाद मैंने उसको अपने नीचे लिया और तेजी से चोदने लगा।
अगले 5 मिनट बाद मैं भी उसकी चूत में खाली हो गया।
जैसे ही मेरे लंड ने पानी छोड़ा, उसने मुझे जोर से अपनी बांहों में कस लिया और एक बार फिर से मेरे साथ झड़ गई।
हमारी चुदाई 20 मिनट चली.
जीजा साली सेक्स करके मेरी साली के चेहरे पर एक अलग ही चमक थी।
अब मेरी साली ने और मैंने एक लम्बा चुंबन किया और 5 मिनट बाद ख़ुशी बोली- आप बैठो, मैं तैयार हो जाती हूँ।
फिर ख़ुशी तैयार होकर बोली- अब आप भी बैठो.
उसने मुझको भी सही से तैयार किया. मेरी हेयर स्टाइल और चेहरे को सही किया और मेरे सीने से लग गयी।
वह बोली- अब चलें पतिदेव जी !
दोस्तो, ये थी मेरी सेक्स कहानी, साली चुद कर बनी घर वाली।
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